मुझे पता है,
तुम मुझे पचा नहीं पाओगे,
मुझे दबाने की,
तुम लाख करो कोशिश,
पर तुम्हें भी यह पता है,
कि तुम मुझे दबा नहीं पाओगे।
मेरी आवाज ही,
मेरी पहचान है,
मेरी ताकत है,
मेरा जुनून है,
हर कोशिश कर लो,
मेरी आवाज को, मेरी पहचान को,
छिपाने की,
पर मुझे मालूम है,
तुम छुपा नहीं पाओगे।
तुम मुझे दबा नहीं पाओगे।
डर भय और लालच से,
छल और कपट से,
शक्ति सामर्थ से,
अनौचित्य हर तरह से,
तुम झुकाओगे,
झुकाने की कोशिश करोगे,
पर गांठ बांध लो,
तुम मुझे झुका नहीं पाओगे;
तुम मुझे दबा नहीं पाओगे,
तुम मुझे डरा नहीं पाओगे।
No comments:
Post a Comment