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Thursday, June 24, 2021

चलते चलते

चलते चलते लोग,
जाने कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं,
बशर्ते चलते रहना जरूरी है।

ताउम्र बैठकर,
बस यूं सोचता रहा,
कि मंजिल इतनी दूर क्यों है?
रास्ते तंग,
हालत ए मजबूर क्यों हैं;
समुचित समय के आस में,
सब समय निकल जाते हैं,
चलते चलते लोग,
जाने कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं।
बशर्ते चलते रहना जरूरी है।

एक एक कदम,
हजारों मील का सफर तय करते हैं;
सिद्दत से किया अदना सा प्रयास,
तकदीर लिखा करते हैं,
कोशिश करने वाले लोग,
समय स्थिति से भी पार निकल जाते हैं।
चलते चलते लोग,
जाने कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं।
बशर्ते चलते रहना जरूरी है।

सुदूर मंजिल खुद व खुद,
सिमट जाते हैं,
गगनस्थ पर्वत, अगम्य दरिया,
स्वयमेव नतमस्तक हो जाते हैं।
जाबांज कदमो तले,
कायनात भी झुक जाते हैं।
चलते चलते लोग,
जाने कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं।
बशर्ते चलते रहना जरूरी है।

किस्मत को कोसने से क्या होगा?
हालात और लोगों को,
दोषी ठहराने से क्या होगा?
जो भी होगा,
स्वंय के प्रयास और अभ्यास से ही होगा।
लगातार ईमानदार कोशिशों से,
बद से बदतर स्थिति में भी,
चमत्कारिक बदलाव हो जाते हैं।
चलते चलते लोग,
जाने कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं।
बशर्ते चलते रहना जरूरी है।


Wednesday, June 9, 2021

बारिश


बारिश, तेरी हर बूंद अमृत।

टप टप गिरती,
कंकड़ पर, कभी पत्थर पर;
रिमझिम झिमझिम स्वर स्पंदन,
सरवर तरुवर और अंबर पर।
धरणि गगन हर अवयव में,
संपूरित करती जीवनवृत।
बारिश, तेरी हर बूंद अमृत।

कर्णप्रिय रूहानी सिरहन,
चित्त चक्षु और तनमन पर,
मरु मृगतृष्णा मरीचिका,
तृप्तित जलचर, थलचर, नभचर।
अभिसिंचन आच्छादन से,
कायाकल्प, हो सकल संतृप्त।
बारिश, तेरी हर बूंद अमृत।

तुम मनभावन सावन हो,
संजीवनी हो, लोकलुभावन हो;
जड़जीव चर अचर हेतु,
व्योम व्याप्त, चितपावन हो।
चिरकाल से जननी को करती,
सुख सुधा से आवृत।

Sunday, June 6, 2021

Just focus upon you

Just focus upon you,
Nobody and nothing else.

The healthiest you are,
Physical, psychological and social;
The bravest, finest you are,
Most significant and quintessential.
Energiable and beautiful,
Diamond you are and jewels.
Just focus upon you,
Nobody and nothing else.

There lies deep within you,
A great being with unique soul;
Super special you are,
With proud and perfect role.
Hugely laden you are,
With wonderful miracles.
Just focus upon you,
Nobody and nothing else.

Nobody and nothing can annoy,
Untill you permit so;
Have commanding hold over grief and joy,
They only prevail when you admit so.
There dwells in your hands,
All powers and strengths.
Just focus upon you,
Nobody and nothing else.

Saturday, June 5, 2021

आओ हम सब वृक्ष लगाएं



आओ हम सब वृक्ष लगाएं।

जीवनदात्री पृथ्वी को,
सब मिलकर फिर से महकाएं।
आओ हम सब वृक्ष लगाएं।

हरियाली हो चारो ओर,
इस पर हो हम सबका जोर;
हर कोना अमृत हो जाये,
जन जन में जागृति फैलाएं।
आओ हम सब वृक्ष लगाएं।

वृक्ष है जीवन का आधार,
बहुमूल्य सम्पदा का भरमार;
सुख शान्ति संसाधन लाएं,
खुद समझे सबको समझाएं।
आओ हम सब वृक्ष लगाएं।

जल,थल,नभ और भूजल में,
प्रकृति के वक्षस्थल में,
वृक्ष बनाते जीवन रेखाएं,
अनन्य जीव संरक्षण पाएं।
आओ हम सब वृक्ष लगाएं।