अभिमान देश की,
रक्षा जवा करेंगे
लहू भरी चिता में ,
दुश्मन सभी जलेंगे
तूफानों से नही डरना
, हवाओं से नही डरना
है जब तक साँस सीने
में , फिजाओं से नही डरना
है जब तक बाजुओं में
दम , चलेगे गर्व से कदम
कटेंगे दुश्मनों के
सर, दिया जो शान पर नजर
लड़ेगे हमे जमाने से
, कभी तुम गम नही करना
तुफानो.................................
है वाजिब खून नस नस
में , हमारी मातृभूमि का
समर्पित हूँ मैं
भारत को, कसम मेर्री जवानी की
चलेगी न चाल चोरो की
, सदा सत चित बने रहना
तूफानों
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