ये वतन तुझको मेरा
सलाम है
ये वतन तुझको, मेरा
सलाम है,
गायेगे तेरे ही गीत,
हर सुबह शाम है;
हम खो दे अपनी जाँन,
मगर जुझको बचायेगे,
कितनी पड़े मुश्किल,
मगर पीछे न जायेगे;
लिख देंगे जहाँ बस,
तेरा ही नाम है
ये
वतन..........................................
दुनिया में अपनी
हस्ती, हम सबको दिखायेगे,
कोई यत्न करे कितनी,
कुछ कर न पायेगे;
फहरेगा बस तिरंगा,
अपना निशान है
ये
वतन.............................................
है मातृभूमि अपनी,
सारा शमा अपना,
फूलो से सजी धरती,
है आस्मां अपना;
मिट जाये अपनी
हस्ती, चाहे अपना प्राण है
ये
वतन.........................................
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