ये दुनिया वालो, यह
जमाना है हमारा
रंगी हवा के झोके,
ह्मसंग है सितारा
गर खुशी मिल गयी, तो
सब मिल गयी
समझो फ़ैली खुमा में,
शमा मिल गयी
हम शाम सलोने के ,
तारे सभी
गम भरे इस जमाने से
, न हारे कभी
ज्यो नजरो की कस्ती
में , कली खिल गयी
गर ख़ुशी.............................................
तुम हमारे , हमारे
तुम, हमारा निशा
चलते जाये हमेशा,
दिन हो या निशा
ये बहारे वफा की,
हंसी मिले गयी
गर
ख़ुशी...................................
है जमी अस्मा, सब
हमारे लिए
गर खिली मन की
कलियाँ, तकाजा लिए
पुष्प पुलकित पली,
जिन्दगी मिल गयी
गर
ख़ुशी.........................................
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