बईठा मेड पे किसनवा
बतावे बतिया,
देखि के खेतवा का
हाल आपन पीटे छतिया;
दिन दिन इतना, मेहनत
कईले,
भुखिया पियसिया सब
तजि देहले;
टूटल आज विधाता से,
लागल असिया
बईठा मेड
पे....................
सुतवा पे कईसो अनाज
लेइ अउले,
खेतवा भराई जोताई कई
पउले;
भूखा सारा परिवार
सोई सारी रतिया,
बईठा मेड
पे..........................
सारा परिवार का एक
ही सहारा,
सब कुछ लुटायल न होई
है गुजारा;
कईसन भूल भा जा हम
पर लगाये घतिया
बईठा मेड
पे..................................
पिछवा से उनकर बहुरि
आई गईली
साईंया का दुःख देख
आँख भर अइली
बोली भाग्य पे न
बाटे कौनो बस सथिया
बईठा मेड
पे.................................
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