Followers

Friday, May 24, 2024

जब भी देखूं

जब भी मैं देखूं तुझे,
तेरा मुस्कुराता चेहरा नजर आए।
जब भी मैं सोचूं तुझे,
तेरा गुनगुनाता चेहरा नजर आए।

तेरी आंखों की चमक,
ताउम्र सलामत रहे;
तेरे गीतों की झनक,
ताउम्र सलामत रहे;
जब भी मैं पाऊं तुझे,
तू और भी निखरा नजर आए।

तेरे चेहरे, तेरी सांसों में बसे,
एक रूहानी ताजगी;
तेरे हर रोम, तेरी रूह में रहे,
एक जिंदादिल जिंदगी; 
जब कभी मिलूं मैं तुझे,
तू और भी हंसता खिलखिलाता नजर आए।

चांद की चांदनी भी,
तेरी रोशनी को तरसें;
बहारों के फूल भी,
तेरी खुशबू को ललचें;
जब भी ख्वाबों ख्यालों में पाऊं तुझे,
तू और भी सुन्दर विलक्षण नजर आए।

ए नजारे, ए सितारे,
ए चमन, ए फिजाएं,
तेरे नूर, तेरी रौनक की,
एक झलक पाने को अकुलाएं।
जब भी याद करूं मैं तुझे,
आसमां में फैली तेरी दीप्ति, तेरी आभा नजर आए।

ए पहाड़, ए झरने,
ए बादल, ये ठंड हवाएं;
बारिश की टिप टिप बूंदें,
झूमती नाचती नदी की धाराएं;
जब भी मैं देखूं इन्हें,
तेरा सौम्य प्रतिरूप, हर जगह नजर आए।











No comments:

Post a Comment