जा चला जा।
मै तेरे एहसास के सहारे जी लूंगा।
मै तेरी याद के सहारे जी लूंगा।
तू फिकर ना करना मेरी,
याद भी न करना;
आगे बढ़ जाना,
पीछे मुड़कर भी न देखना;
सोच लेना कि,
छोड़ा तो है बहुत कुछ उसके पास,
केवल मैं ही नही हूं,
बाकि तो सबकुछ है उसके पास।
हां तू नही है,
पर बहुत कुछ है;
जो तेरे साथ होने का,
तेरी नजाकत का,
तेरी उन जज्बातों का,
तेरी हर बातों का,
एहसास दिलाएंगे,
याद आयेंगे,
जीने का सहारा बन जायेंगे।
जब मैं बिलकुल अकेला हूंगा,
तुझे याद करके मुस्कुराऊंगा;
खुद से ही,
बातें करूंगा;
गुनगुनाऊंगा तुझे,
गाऊंगा तुझे,
हर सांस में,
हर धड़कन में,
पाऊंगा तुझे;
नामुमकिन है भूल पाऊंगा तुझे।
तू खुश रहना,
खैरियत से रहना;
अपने साथ और अपनो के साथ।
अपने हर पल को,
खूबसूरती और बेहतरी से जीना;
मुस्कुराहट कायम रखना,
जिंदादिली जिंदा रखना;
मेरी याद खलल न बन जाए,
मुझे याद भी न करना;
मुझे एहसास भी न करना।
कही ऐसा ना हो,
तू याद करे,
मै बेचैन हो जाऊं,
मै अस्थिर,
मै विहवल हो जाऊं;
मै बेकाबू,
मै बेबश हो जाऊं,
कहीं मैं निरीह, निर्बल न हो जाऊं;
तुझसे मिलने का सुरूर,
तुहसे मोहब्बत का जुनून न जाए।
हर पल मैं तेरा,
वो मुस्कुराती तस्वीर देखूंगा;
एक बार नही,
मै बार बार देखूंगा;
तू सलामत है,
तू खैरियत है,
बस यही ख्याल और ख्वाब देखूंगा;
यही सोचूंगा,
तू जहां है, जैसे भी है;
बेहतरीन और बिंदास है;
तुम हो,
तुम्हारे अपने, तुम्हारे साथ हैं;
तुम्हारे आसपास हैं।
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