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Friday, November 29, 2019

हमे गर्व है हम भारतीय है।




हमे गर्व है हम भारतीय है,
भारत के मान गौरव के,
सच्चे सारथी है।

मेरे लहू मेरी सांसे है अर्पित,
मुल्क पर सम्पूर्ण जीवन समर्पित;
यह देश मेरी धडकनों की भांति है।

मिट्टी की धूल, मेरे सर का ताज है,
कोयलों की मधुर कूक, मेरे मन की आवाज है;
झील पठार पर्वत और वन के संघाती हैं।

देशभक्ति का अजब जूनून है हममे,
ऊधमसिंह भगतसिंह का खून है हममे;
मातृभूमि के अगाध प्रेम में जज्बाती है।

मेरे देश मेरी इच्छा, मेरा देश मेरी महत्वाकांक्षा;
देश से परे मेरी कोई नही आकांक्षा;
देश की पावन प्रगति के आजीवन आकांक्षी हैं।

सौंधी सुगन्ध इस माटी का, मेरे लिए अजान है;
मलयगिरी उन्मुक्त पवन, बाइबिल और कुरान है;
समन्दर की मनमोहक लहरें, मेरे जीवन बाती हैं।

जनगण मन के गीतों से, मेरे रोम सिहर जाते हैं;
विजयी विश्व तिरंगा, अनायास ही निकल आते हैं;
विश्वगुरु बनने की चाहत, हर रोज दिल में आती है।
(विश्व विजय करने की चाहत, हर रोज दिल में आती है।)

भारतीयता मेरी जाति है, भारतीयता ही मेरा जमीर है;
भारतीयता से सराबोर, मेरा मन मेरा शरीर है;
भारतीयता मेरी रगों में, अबाध बहती है।
(भारतीयता बस मेरे मन को सुहाती है)

मेरा स्वर्ग मेरा देश, मेरा चमन मेरा देश;
मेरा स्वाभिमान, मेरा सुख, मेरा अमन मेरा देश;
मेरा देश मेरा फक्र, मेरा जीवन साथी है।

देश के जर्रे जर्रे से, मुझे अद्भुत प्यार है;
देश की अस्मिता अभिमान पर, जान निशार सौ बार है;
मेरा वतन मेरा मुल्क, मेरे मन को भाती (सुहाती) है।

एहसास में हर पल, आभास में हर क्षण;
मेरे आत्मिक रूहानी अंदाज में हर पल;
इस धरती की आबोहवा, मुझे अपना बनाती है।
12.09.2019

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