Followers

Friday, January 26, 2024

मजा लीजिए

कभी कभी तो लुट जाइए खुशी से,a
लुट जाने का अपना मज़ा है;
तो कभी कभी लुट जाने का ही मजा लीजिए।
अरे खुशी की तलाश तो सभी को रहती है,
कभी कभी तो गम का भी मजा लीजिए।

खमखा तनाव क्यूं लेते हो जनाब,
हर बात का हिसाब क्यों लेते हैं जनाब;
मतलब की बात तो अक्सर किया ही करते हो,
कभी कभी बेमतलब की बातों का भी मजा लीजिए।

नाहक फंसे रहते हो अनसुलझे सवालातों में,
जोश जज्बातों में, तंग हालातों में,
बरसातों की खैर तो सभी किया करते हैं,
कभी कभी झंझावातों का भी मजा लीजिए।

सफर भी पूरा होगा इन्ही रास्तों पर,
मंजिल भी मिलेगी इन्ही रास्तों पर,
परवाही में इस कदर गुजर रही है जिंदगी,
कभी कभी बेपरवाही का भी मजा लीजिए।

यूं संभल संभल कर कदम बढ़ाते हो,
खो जाने, गिर जाने से घबराते हो;
जानी पहचानी राहों पर तो सब चला करते हैं,
कभी कभी अंजान राहों में, भटक जाने का मजा लीजिए।

माना की काम बेहद जरूरी है,
समय पर पूरा करना आपकी मजबूरी है;
फिकरमंदी बहुत अच्छी बात है,
पर कभी कभी बेफिकरी में भी जीने का मजा लीजिए।

माना कि आप बड़े समझदार हैं,
जिम्मेदार हैं, बेहद वफादार हैं;
अच्छे होना बहुत अच्छी बात है,
पर कभी कभी अच्छे न होने का भी मजा लीजिए।

No comments:

Post a Comment