न जाने क्यों आजकल
खोया सा रहता हूं
किसी ख्याल में
डूबा सा रहता हूं
हर सांस के साथ
हर धड़कन के साथ
कोई एहसास, किसी ख्वाब में
शायद किसी की याद में
समाया सा रहता हूं
क्या कहूं इसे
क्या नाम दूं इसे
मोहब्बत कहते हैं इसे
दिल्लगी कहते हैं इसे
इश्क भी कहते हैं इसे
शायद इश्क हुआ है
ऐसा लगता है
इश्क हुआ है मुझे।
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