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Friday, July 7, 2017

महा क्रांति




है महा क्रांति की लहर चली, परिवर्तन होने वाला है;
भारत की पावन भूमि का, इतिहास बदलने वाला है;

हो चूका तेरा अन्याय बहुत
बढ़ गया तेरा अत्याचार बहुत
सदियों से दीमक बन कर के
भारत का किया नुकसान बहुत
तेरी हस्ती को मिटाने का, जलजला भड़कने वाला है
भारत की इस.....................................

मानवता को तूने मार दिया,

इंसानियत का कत्लेआम किया;
भेदभाव तूने भर भर के,
हर घृणित घिनौना काम किया
नापाक तेरी हर हरकत का, हिसाब होने वाला है;
भारत की इस...............................


अब जाग उठा है स्वाभिमान,
उठ गयी बगावत की लहर;
जन आन्दोलन की जल गई मिशाल,
हर गली गली हर शहर शहर;
जालिम का जुल्म मिटाने का आगाज होने वाला है;
भारत की इस...............................

हो रही पुकार आन्दोलन की,

बह रही बयार आन्दोलन की;
जर्रे जर्रे में उठ रहा खुमार,
आन्दोलन की आन्दोलन की;
चल रही चीख चिग्घारों से, सबकी तकदीर बदलने वाला है
भारत की इस...............................


है रोक सका है कब किसने,
आंधी तूफ़ान की चालों से;
है झुका सका है कब किसने,
आजादी के मतवालों को;
हम स्वतंत्रता के सेनानी का संग्राम होने वाला है;
भारत की इस...............................



सागर भी न सुना होगा अब तक
अम्बर को भी पता न होगा अब तक
पर्वत पंक्षी पवन पृथ्वी को
तिनका भी खबर न होगा अब तक
उस विकट मनोरम परिवर्तन का आगाज होने वाला है;

परिवर्तन को न कोई रोक सका,
समय के कौन प्रतिकूल चला;
जिसने भी ऐसा सोचा भी,
खुद उसका ही सत्यानाश हुआ
सामने समय के आता जो बन जाता उसका निवाला है;
भारत की इस...............................





है खुला निमंत्रण मेरा सबको,
बन जाओ हिस्सा परिवर्तन का;
करके आबाद मानवता को,
सार्थक हो जाए इस जीवन का;
इतिहास में अमर हो जाने का, फिर न मौका मिलने वाला है

जालिमो ने अत्याचार किया,
जी भर के भ्रष्टाचार किया;
मानवता भी कांप उठे,
उसने ऐसा व्यवहार किया;
उस अन्यायी अत्याचारी का, दुर्दिन आने वाला है;
भारत की इस...............................





मजलूम गरीबों के गर्जन से,
गगन भी घबराएगा;
शोषितों के जन शैलाब से,
सुनामी भी शरमायेगा;
बदबूदार व्यवस्था का ऑपरेशन होने वाला है;
भारत की इस...............................


अंगार लिए हम हाथों में,
आक्रोश भरे हम बातों में;
मानवता कायम करने का,
तूफ़ान लिए जजबातों में;
व्यवस्था परिवर्तन हेतु भूचाल आने वाला है;





पानी से टकराकर पत्थर भी,
पानी में मिल जाता है;
विद्रोह बवंडर से तानाशाही
सिंहासन भी हिल जाता है;
आमूलचूल परिवर्तन का जलजला भड़काने वाला है
भारत की इस...............................




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