Followers

Saturday, November 28, 2020

जीने के गुर जरूर सीखना।

जीने का गुर
जरूर सीखना।

आफ़ते मुसीबत,
तंगहाली जलालत;
दमघोंट परिश्रम,
लहू लुहान कदम;
सब तोड़ेंगे,
जी भरके;
कंटक बन,
जज्बों को,
चकनाचूर करेंगे;
दिल की दहलीज पर,
डर का साया भी,
मत पड़ने देना;
वीभत्स क्षण में भी,
खुद को मत,
बिखरने देना;
चलना, गिरना,
उठना, गिर गिर का सम्भलना ही,
जिंदगी का नाम है;
जीवन जीने के कौशल,
जरूर सीखना।

चेहरे भी बहुरंगी,
मिलेंगे;
लोगों के साथ भी,
सतरंगी मिलेंगे,
कुछ अपने भी लगने वाले भी,
अपने नही होंगे,
अनजान लगने वाले,
कभी कभी आखिर तक साथ देंगे;
विश्वास को टूटते,
सपने के स्वाहा होते,
अपनी जीने की जिद,
कभी मत छोड़ना।
तुम जीने के गुर,
जरूर सीखना।

No comments:

Post a Comment