तुम बड़ी खूबसूरत हो,
सुन्दरता और सौम्यता
की,
साक्षात मूरत हो।
तेरी आंखे हैं अजब
से,
तेरे गाल है गजब से;
तेरा रूप है अनोखा,
तू जुदा है और सब
से;
दीवाने आशिकों की,
तुम शोहरत हो।
तेरी अदा है निराली,
तेरी चाल बेमिशाल;
तेरा इश्क है
जुनूनी,
तेरा हुश्न है कमाल;
प्यासे दिलों की
जरूरत हो।
तेरे बाल है घनेरे,
तेरे नैन जैसे
नागिन;
तू रूप है खुदा की,
तू कमल जैसे कमसिन;
मोहब्बत की जिन्दा,
तुम मूरत हो।
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