To keep the blessings and inspirations from the benign nature, on should keep the window of mind ever open.
Friday, January 17, 2025
आने वाला है मेरा यार
आने वाला है मेरा यार
इन्तेज़ार इन्तेज़ार
होने वाला है दीदार
इन्तेज़ार इन्तेज़ार
बाहों से लगाऊंगा, सीने में छुपाउंगा
पलकों में सिमट जाऊँगा
जी भर करूंगा उससे प्यार
साँसों में समाना है
रूह छु जाना है
इक दूजे में खो जाना है
करना है उससे एतबार
वापस नहीं जाना है
बस ठहर जाना है
वादा तुम्हें निभाना है
करना है उसपे जां निसार
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