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Friday, June 2, 2017

विदा

माना की मैंने आपको बहु भांति
बहुत सताया है
शब्दों से बगावत की होगी
दिल से हमेशा मोहब्बत फ़रमाया है
पर आप भी कहाँ किसी से कम
हर बात पर टांग अड़ाते हो
तर्क कुतर्क हो जैसे भी
बस अपनी अपनी गाते हो
पर अच्छा सा आपका साथ मिला
खूबसूरत सा एहसास मिला
महकेगी सूंदर सी खुशबू
जब याद आपकी आएगी
जो लम्हे बीते आपके संग
फिर से ताज़ा हो जायेगी
करता हूँ दुआ सौ साल जिओ
मस्त रहो मन मौज करो
हर दिन हर क्षण खुशहाल रहे
खुशियो से भरा हर साल रहे






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